لمحة عن Jagad Guru - Rambhadracharya
2 माह की उम्र में नहीं रही आंखों की रोशनी، आज 22 भाषा आती है، 80 ग्रंथ रच दिए، ऐसे हैं श्री रामभद्राचार्य जी.
रामभद्राचार्य जी का नाम बहुत ही आदर के साथ हिन्दू संत समाज में लिया जाता है। धर्मचक्रवर्ती ، तुलसीपीठ के संस्थापक ، पद्मविभूषण ، जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी वही हैं जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट में रामलला के पक्ष में वेद पुराण के उद्धारण के साथ गवाही दी थी।
रामभद्राचार्य जी का नाम बहुत ही आदर के साथ हिन्दू संत समाज में लिया जाता है। धर्मचक्रवर्ती ، तुलसीपीठ के संस्थापक ، पद्मविभूषण ، जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य जी वही हैं जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट में रामलला के पक्ष में वेद पुराण के उद्धारण के साथ गवाही दी थी।
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